मोहब्बत की शंमा जला कर तो देखो
जरा दिल की दुनिया सज़ा कर तो देखो,
तुम्हें हो ना जाऐ मोहब्बत तो कहना,
ज़रा हमसे नजरें मिलाकर तो देखो।

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साँसों की माला में पिरो कर रखे हैं, तेरी चाहतों के मोती..
अब तो तमन्ना यही है कि, बिखरूं तो सिर्फ तेरे आग़ोश में..!

हम आपके प्यार में कुछ ऐसा कर जायेंगे..
बन कर खुशबू इन हवाओं में बिखर जायेंगे ।
भुलाना अगर चाहो तो साँसों को रोक लेना..
वरना साँस भी लोगे तो दिल में उतर जायेंगे ।।

दिल में है जो बात होंठों पे आने दे..
आज मुझे जज्बातों में डूब जाने दे ।
आदी हो चुका हूँ मैं तेरी निगाहों का..
अपनी निगाहों के समंदर में मुझे खो जाने दे।।

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खुद नहीं जानते कितने हमारे हो आप..
जान हो हमारी, पर जान से प्यारे हो आप ।
दूरियों के होने से कोई फर्क नही पड़ता..
कल भी हमारे थे और आज भी हमारे हो आप ।।
