पलकों को जब जब आप ने झुकाया है,
बस एक, बस एक ही ख्याल दिल में आया है
कि जिस खुदा ने तो तुम्हें बनाया है
तुम्हें धरती पर ना पर भेज कर वह कैसे जी पाया है

ज़िंदगी में आपकी एहमियत हम आपको बता नहीं सकते
दिल में आपकी जगह हम आपको दिखा नहीं सकते
कुछ रिश्ते बहोत अनमोल होते हैं
इससे जयादा हम आपको समझा नहीं सकते ।

इश्क ऐसा करो की धड़कन में बस जाए
सांस भी लो, तो खुश्बू भी उसी की आये
प्यार का नशा आंखों पर छा जाए
बात किसी की भी हो नाम उसी का आये

“ न ज़िद है हमें और ना ही कोई ग़ुरूर
अगर है तो तुम्हे पाने का सुरूर…
अगर इश्क गुनाह है,
तो फक्र से कहतें हैं…ये गलती की हमने,
अब सज़ा जो भी हो मंजूर है हमें ”

कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है,
कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है..
अगर प्यार करो सच्चे दिल से,
तो वोही प्यार, जीने की वजह बन जाता है..!
